Best Sad Poetry about Friends
Best Sad Poetry about Friends, who is angry with the friend and is trying to please.
Just like this - now have to go
Then your way to us.
It was yesterday, today
Want to pull us away
You do not know me, and
You had a puzzle for me;
But what is his pain? Could not find
Dear when we know ourselves.
You used to think of me as a beggar,
I understand that right
Your self-
It was because he loved me.
You had Cherry Cherry,
I was the only one
You take to defeat you,
Give me the weight of victory.
Deshmukh deprived of happiness,
He is your ruler
Curshap became his own
Your mother's knowledge
You do not mind, say the truth,
You do not understand life
Man forgot the voice of crying
Ghana of your souls.
Love was ours
Remembering so much love
Just do it again
Really match or not
So let's go, bye
Where ever you live, stay calm,
This my love
बस इतना--अब चलना होगा
फिर अपनी-अपनी राह हमें ।
कल ले आई थी खींच, आज
ले चली खींचकर चाह हमें
तुम जान न पाईं मुझे, और
तुम मेरे लिए पहेली थीं;
पर इसका दुख क्या? मिल न सकी
प्रिय जब अपनी ही थाह हमें ।
तुम मुझे भिखारी समझें थीं,
मैंने समझा अधिकार मुझे
तुम आत्म-समर्पण से सिहरीं,
था बना वही तो प्यार मुझे ।
तुम लोक-लाज की चेरी थीं,
मैं अपना ही दीवाना था
ले चलीं पराजय तुम हँसकर,
दे चलीं विजय का भार मुझे ।
सुख से वंचित कर गया सुमुखि,
वह अपना ही अभिमान तुम्हें
अभिशाप बन गया अपना ही
अपनी ममता का ज्ञान तुम्हें
तुम बुरा न मानो, सच कह दूँ,
तुम समझ न पाईं जीवन को
जन-रव के स्वर में भूल गया
अपने प्राणों का गान तुम्हें ।
था प्रेम किया हमने-तुमने
इतना कर लेना याद प्रिये,
बस फिर कर देना वहीं क्षमा
यह पल-भर का उन्माद प्रिये।
फिर मिलना होगा या कि नहीं
हँसकर तो दे लो आज विदा
तुम जहाँ रहो, आबाद रहो,
यह मेरा आशीर्वाद प्रिये ।
Just like this - now have to go
Then your way to us.
It was yesterday, today
Want to pull us away
You do not know me, and
You had a puzzle for me;
But what is his pain? Could not find
Dear when we know ourselves.
You used to think of me as a beggar,
I understand that right
Your self-
It was because he loved me.
You had Cherry Cherry,
I was the only one
You take to defeat you,
Give me the weight of victory.
Deshmukh deprived of happiness,
He is your ruler
Curshap became his own
Your mother's knowledge
You do not mind, say the truth,
You do not understand life
Man forgot the voice of crying
Ghana of your souls.
Love was ours
Remembering so much love
Just do it again
Really match or not
So let's go, bye
Where ever you live, stay calm,
This my love
बस इतना--अब चलना होगा
फिर अपनी-अपनी राह हमें ।
कल ले आई थी खींच, आज
ले चली खींचकर चाह हमें
तुम जान न पाईं मुझे, और
तुम मेरे लिए पहेली थीं;
पर इसका दुख क्या? मिल न सकी
प्रिय जब अपनी ही थाह हमें ।
तुम मुझे भिखारी समझें थीं,
मैंने समझा अधिकार मुझे
तुम आत्म-समर्पण से सिहरीं,
था बना वही तो प्यार मुझे ।
तुम लोक-लाज की चेरी थीं,
मैं अपना ही दीवाना था
ले चलीं पराजय तुम हँसकर,
दे चलीं विजय का भार मुझे ।
सुख से वंचित कर गया सुमुखि,
वह अपना ही अभिमान तुम्हें
अभिशाप बन गया अपना ही
अपनी ममता का ज्ञान तुम्हें
तुम बुरा न मानो, सच कह दूँ,
तुम समझ न पाईं जीवन को
जन-रव के स्वर में भूल गया
अपने प्राणों का गान तुम्हें ।
था प्रेम किया हमने-तुमने
इतना कर लेना याद प्रिये,
बस फिर कर देना वहीं क्षमा
यह पल-भर का उन्माद प्रिये।
फिर मिलना होगा या कि नहीं
हँसकर तो दे लो आज विदा
तुम जहाँ रहो, आबाद रहो,
यह मेरा आशीर्वाद प्रिये ।
Best Sad Poetry about Friends
Reviewed by somi
on
September 22, 2016
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